
चेन्नई, 1 सितंबर 2025—स्वतंत्रता-दिवस के एक दिन पहले रिलीज़ हुई ऐक्शन थ्रिलर ‘कूली’ ने सोमवार को 18वें दिन घरेलू बॉक्स-ऑफिस पर लगभग ₹280 करोड़ नेट जमा कर लिये, जिससे यह कमल हासन-अभिनीत ‘विक्रम’ के ₹290 करोड़ भारतीय कलेक्शन से महज़ ₹10 करोड़ पीछे रह गई। लगातार तीसरे रविवार को आए इस उछाल ने साबित कर दिया कि रजनीकांत का स्टारडम अब भी टिकाऊ है और दर्शक बड़े पर्दे पर उनकी मौजूदगी को सेलिब्रेट करना नहीं भूले।
रिलीज़ के पैटर्न पर नज़र डालें तो शुरुआती आठ-दिवसीय विस्तारित वीक-एंड में फिल्म ने ₹229.65 करोड़ का तूफ़ानी बिज़नेस किया था। दूसरे हफ़्ते में गिरावट के बाद भी उसने ₹41.85 करोड़ जोड़े, और तीसरे वीक-एंड पर फिर से उछाल लेते हुए 17वें दिन ₹3.26 करोड़ कमाए। Sacnilk के अनुमान बताते हैं कि रविवार के दम पर फिल्म ने ₹280 करोड़ नेट का माइलस्टोन पार कर लिया।
ओवरसीज़ कमाई इसे और ऊँचाई देती है। दुनिया-भर में ‘कूली’ का ग्रॉस कलेक्शन 500 करोड़ रुपये के पार चला गया है, जिससे यह 2025 की सबसे बड़ी तमिल ब्लॉकबस्टर बन गई। इसी माइलस्टोन के साथ रजनीकांत अब 2.0 और जेलर के बाद तीसरी बार 500 करोड़ क्लब में पहुँचने वाले इकलौते तमिल अभिनेता बन गए।
समानांतर तुलना में ‘विक्रम’ ने 2022 में भारत में ₹300 करोड़ और विश्व-स्तर पर करीब ₹400 करोड़ जुटाए थे। ऐसे में ट्रेड पंडित मानते हैं कि ‘कूली’ अगले कुछ दिनों में रिकॉर्ड तोड़ सकती है, बशर्ते गिरावट नियंत्रण में रहे।
थिएटर ऑक्यूपेंसी के आंकड़े रुझान को सपोर्ट करते हैं। तमिलनाडु में तीसरे वीक-एंड पर औसत 20 फीसदी नाइट-शो ऑक्यूपेंसी देखी गई, जबकि हिंदी डब वर्ज़न में यह लगभग 10 फीसदी रही; तेलुगु राज्यों में रात के शो 16 फीसदी तक पहुँचे। ट्रेंड दर्शाता है कि मल्टिप्लेक्स की जगह सिंगल-स्क्रीन दर्शक अब भी फिल्म का आधार स्तंभ बने हुए हैं।
लोकेश कनगराज निर्देशित इस मल्टी-स्टारर में नागार्जुन, उपेन्द्र, श्रुति हासन और साउबिन शाहिर जैसे कलाकारों ने सहयोगी भूमिकाएँ निभाई हैं। कथानक पूर्व कुली-यूनियन नेता देवराज “देवा” की पड़ताल के इर्द-गिर्द घूमता है, जो अपने मित्र की रहस्यमय मौत का सच जानने के लिए सिस्टम से भिड़ता है। करीब ₹350 करोड़ के बजट में बनी इस फिल्म ने ओपनिंग-डे से ही बॉक्स-ऑफिस पर तूफ़ानी शुरुआत की।
पिछले एक दशक में रजनीकांत की फैन-फ़ॉलोइंग पैन-इंडिया हुई है; ‘कबाली’, ‘पेट्टा’ और ‘जेलर’ जैसी फिल्मों ने हिंदी बेल्ट में भी उल्लेखनीय कलेक्शन हासिल किये थे। ‘कूली’ के हिंदी वर्ज़न ने अब तक ₹32 करोड़ नेट कमाये हैं—यह आंकड़ा पोस्ट-पैंडमिक अवधि में किसी तमिल फिल्म का सर्वोच्च हिंदी प्रदर्शन है।
व्यापार विश्लेषकों का कहना है कि सोमवार का वर्क-डे ट्रेंड निर्णयकारी होगा; यदि कलेक्शन ₹1 करोड़ नेट से ऊपर रहा तो ‘कूली’ के पास ‘विक्रम’ का रिकॉर्ड तोड़ने का स्पष्ट रास्ता होगा। दूसरी ओर, सितंबर के दूसरे सप्ताह में रिलीज़ होने वाली दो-तीन बड़ी हिंदी और तेलुगु फिल्मों से प्रतिस्पर्धा बढ़ने की संभावना भी बनी हुई है।
उम्मीद जताई जा रही है कि रजनीकांत-स्टारर यह फिल्म अगले सप्ताह के अंत तक ₹300 करोड़ नेट की दहलीज़ पार कर लेगी, जिससे यह तमिल सिनेमा के 300 करोड़ क्लब में चौथी एंट्री बन सकती है—2.0, जेलर और लियो के बाद। इसी लक्ष्य की ओर बढ़ते हुए Rajinikanth Coolie box office collection का ग्राफ अब भी दर्शकों और ट्रेड जगत की दिलचस्पी का केंद्र बना हुआ है।