NEET PG 2025 डेटा लीक: लाखों भावी डॉक्टरों का भविष्य दांव पर, व्यक्तिगत जानकारी ऑनलाइन बिकने से हड़कंप

राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा-पोस्टग्रेजुएट (NEET PG) 2025 के लाखों उम्मीदवारों की व्यक्तिगत जानकारी कथित तौर पर लीक हो गई है और इसे ऑनलाइन बेचा जा रहा है, जिससे भारत…

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राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा-पोस्टग्रेजुएट (NEET PG) 2025 के लाखों उम्मीदवारों की व्यक्तिगत जानकारी कथित तौर पर लीक हो गई है और इसे ऑनलाइन बेचा जा रहा है, जिससे भारत के मेडिकल छात्र समुदाय में हड़कंप मच गया है।1 इस गंभीर डेटा उल्लंघन (NEET PG Data Concerns) ने परीक्षा प्रक्रिया की सुरक्षा और राष्ट्रीय परीक्षा बोर्ड (NBEMS) द्वारा अपनाए गए डेटा संरक्षण प्रोटोकॉल पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।2 कई छात्रों ने निजी एडमिशन काउंसलरों से अवांछित कॉल और संदेश प्राप्त होने की सूचना दी है, जो पैसे के बदले में एमडी या एमएस सीटों की पेशकश कर रहे हैं, जिससे यह संदेह और गहरा हो गया है कि उनका गोपनीय डेटा गलत हाथों में पड़ गया है।

मुख्य तथ्य / त्वरित जानकारी

  • क्या हुआ: NEET PG 2025 के उम्मीदवारों का संवेदनशील व्यक्तिगत डेटा, जिसमें नाम, फोन नंबर, ईमेल आईडी, रैंक और पिता का नाम शामिल है, कथित तौर पर ऑनलाइन बेचा जा रहा है।3
  • कीमत: विभिन्न वेबसाइटों और टेलीग्राम चैनलों पर यह डेटाबेस ₹3,000 से ₹15,000 तक की कीमतों पर उपलब्ध होने की सूचना है।
  • प्रभावित छात्र: इस साल 2,30,114 उम्मीदवार परीक्षा में शामिल हुए, जो इस डेटा लीक के संभावित पैमाने को उजागर करता है।4
  • आधिकारिक प्रतिक्रिया: NBEMS के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया है कि डेटा काउंसलिंग समितियों के साथ साझा किया जाता है और लीक उस स्तर पर भी हो सकता है। बोर्ड ने छात्रों को धोखाधड़ी से सावधान रहने की सलाह दी है।
  • अगला कदम: छात्र और अभिभावक इस मामले में उच्च स्तरीय जांच और डेटा सुरक्षा के लिए कड़े उपायों की मांग कर रहे हैं।

## घटना का विवरण: कैसे सामने आया यह गंभीर उल्लंघन?

यह मामला तब सामने आया जब कई NEET PG 2025 उम्मीदवारों ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स जैसे ‘X’ (पूर्व में ट्विटर) और रेडिट पर अपने भयावह अनुभव साझा करने शुरू किए।5 छात्रों ने बताया कि उन्हें अज्ञात नंबरों से एडमिशन सलाहकारों के फोन आ रहे थे, जिनके पास उनकी रैंक, स्कोर और यहां तक कि उनके माता-पिता के नाम जैसी सटीक जानकारी थी।

एक उम्मीदवार ने नाम न छापने की शर्त पर एक प्रमुख समाचार एजेंसी को बताया, “मुझे पिछले कुछ दिनों से लगातार फोन आ रहे हैं। वे सीधे कहते हैं कि वे मुझे एक निश्चित बजट में एक अच्छी पीजी सीट दिला सकते हैं। जब मैंने पूछा कि उन्हें मेरा नंबर और रैंक कैसे मिला, तो उन्होंने कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया। यह निजता का घोर उल्लंघन है।” (स्रोत: द इंडियन एक्सप्रेस)

एक अन्य छात्र ने रेडिट पर एक विस्तृत पोस्ट में दावा किया कि उसने एक टेलीग्राम चैनल पर एक व्यक्ति से संपर्क किया जो ₹15,000 में पूरा NEET PG 2025 छात्र डेटाबेस बेच रहा था।6 अपनी जानकारी को सत्यापित करने के लिए, छात्र ने अपनी रैंक बताई, और विक्रेता ने तुरंत उसका नाम, पिता का नाम, ईमेल आईडी और फोन नंबर सहित पूरा विवरण वापस भेज दिया, जो पूरी तरह से सटीक था।

## डेटा की बिक्री: ऑनलाइन बाजार में भविष्य का सौदा

पत्रकारों द्वारा की गई जांच में पाया गया कि कई डेटा ब्रोकर वेबसाइटों पर ‘NEET PG 2025 Student Database’ के रूप में पैकेज की गई फाइलें बिक्री के लिए सूचीबद्ध थीं।7 इन डेटाबेस की कीमतें उनकी सटीकता और विवरण के स्तर के आधार पर ₹3,000 से ₹8,500 तक थीं।8 कुछ विक्रेता मुफ्त सैंपल भी प्रदान कर रहे थे, जिसमें सैकड़ों छात्रों की पूरी जानकारी शामिल थी।

तालिका 1: ऑनलाइन बिक्री के लिए उपलब्ध डेटा का नमूना

जानकारी का प्रकारउपलब्धता
छात्र का नामहाँ
पिता का नामहाँ
फोन नंबरहाँ
ईमेल आईडीहाँ
NEET PG रोल नंबरहाँ
स्कोर और रैंकहाँ
शहर और राज्यहाँ

यह तालिका मीडिया रिपोर्टों में वर्णित डेटा बिंदुओं पर आधारित है। (स्रोत: जनसत्ता, द इंडियन एक्सप्रेस, 7 अक्टूबर, 2025)


## आधिकारिक प्रतिक्रिया और स्पष्टीकरण

इस गंभीर मुद्दे पर राष्ट्रीय परीक्षा बोर्ड (NBEMS) ने सीधे तौर पर एक बड़े डेटा उल्लंघन को स्वीकार नहीं किया है, लेकिन एक वरिष्ठ अधिकारी ने इस प्रक्रिया पर कुछ प्रकाश डाला है।

एक वरिष्ठ NBEMS अधिकारी ने, नाम न बताने की शर्त पर, ‘द इंडियन एक्सप्रेस’ को बताया, “NBEMS की भूमिका NEET PG आयोजित करने और परिणाम घोषित करने तक सीमित है।9 काउंसलिंग के संचालन के लिए, NBEMS परिणाम डेटा, जिसमें ये सभी फ़ील्ड शामिल हैं, को अखिल भारतीय कोटे की 50 प्रतिशत सीटों के लिए डीजीएचएस की मेडिकल काउंसलिंग कमेटी (MCC) के साथ साझा करता है।10 NBEMS राज्य कोटे की काउंसलिंग सीटों के लिए MCC के माध्यम से सभी राज्यों के साथ भी परिणाम डेटा साझा करता है।”11

आधिकारिक उद्धरण:

“डेटा NBEMS के बाद इनमें से किसी भी स्तर पर लीक हो सकता है क्योंकि NBEMS डेटा सुरक्षा और पवित्रता के लिए सख्त गोपनीयता और प्रोटोकॉल बनाए रखता है।” — एक वरिष्ठ NBEMS अधिकारी (स्रोत: द इंडियन एक्सप्रेस, 6 अक्टूबर, 2025)

अधिकारी ने आगे बताया कि यह डेटा पासवर्ड-संरक्षित पेन ड्राइव में साझा किया जाता है और पासवर्ड एक अलग सीलबंद लिफाफे में MCC को भेजा जाता है।12 इस बयान से यह संकेत मिलता है कि बोर्ड खुद को सीधे तौर पर जिम्मेदार नहीं मान रहा है और रिसाव की संभावना कई स्तरों पर हो सकती है।

इसके अतिरिक्त, NBEMS ने हाल के महीनों में कई नोटिस जारी किए हैं, जिसमें उम्मीदवारों को फर्जी नोटिस, ईमेल, एसएमएस और सोशल मीडिया पर किए जा रहे झूठे दावों से सावधान रहने की चेतावनी दी गई है। हालांकि ये नोटिस सीधे तौर पर डेटा लीक को संबोधित नहीं करते हैं, लेकिन वे छात्रों को ऐसे धोखाधड़ी वाले प्रस्तावों से सतर्क रहने की सलाह देते हैं जो लीक हुए डेटा के परिणामस्वरूप उत्पन्न हो सकते हैं। (स्रोत: natboard.edu.in)


## छात्रों और विशेषज्ञों पर प्रभाव

1. मानसिक तनाव और उत्पीड़न:

2.3 लाख से अधिक छात्र जो पहले से ही काउंसलिंग प्रक्रिया के तीव्र दबाव में हैं, अब इस डेटा लीक के कारण अतिरिक्त मानसिक तनाव और उत्पीड़न का सामना कर रहे हैं। लगातार आने वाली अनचाही कॉल्स न केवल परेशान करने वाली हैं, बल्कि यह छात्रों के मन में परीक्षा प्रणाली की निष्पक्षता को लेकर अविश्वास भी पैदा करती हैं।

2. धोखाधड़ी का बढ़ता जोखिम:

लीक हुए डेटा का इस्तेमाल छात्रों और उनके अभिभावकों को एडमिशन दिलाने के नाम पर आर्थिक रूप से ठगने के लिए किया जा सकता है। साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ इस बात पर जोर देते हैं कि इस तरह के डेटा का उपयोग फ़िशिंग हमलों, पहचान की चोरी और अन्य ऑनलाइन घोटालों के लिए भी किया जा सकता है।

3. परीक्षा प्रणाली की विश्वसनीयता पर सवाल:

NEET-UG पेपर लीक विवाद के बाद, NEET PG में यह डेटा लीक की घटना भारत की उच्च-दांव वाली मेडिकल प्रवेश परीक्षाओं की सुरक्षा और अखंडता पर एक और धब्बा है। यह उन लाखों छात्रों के विश्वास को कम करता है जो वर्षों तक इन परीक्षाओं की तैयारी करते हैं।

आंकड़े: NEET PG 2025 में उपस्थिति

  • पंजीकृत उम्मीदवार: 2,42,49313
  • परीक्षा में उपस्थित उम्मीदवार: 2,30,11414
  • योग्य उम्मीदवार: 1,28,11615

(स्रोत: मेडिकल डायलॉग्स, Careers360, 19 अगस्त, 2025 को प्रकाशित परिणाम के आंकड़ों के अनुसार)

यह विशाल संख्या इस डेटा उल्लंघन की गंभीरता को दर्शाती है, क्योंकि 2.3 लाख से अधिक छात्रों की व्यक्तिगत जानकारी अब सार्वजनिक डोमेन में हो सकती है।

## आगे क्या देखना है?

यह डेटा लीक सिर्फ एक परीक्षा का मुद्दा नहीं है, बल्कि यह भारत के डिजिटल बुनियादी ढांचे और व्यक्तिगत डेटा संरक्षण कानूनों की मजबूती पर भी सवाल उठाता है।

  • जांच की मांग: छात्र संगठन और अभिभावक इस मामले की तत्काल और निष्पक्ष जांच की मांग कर रहे हैं ताकि यह पता लगाया जा सके कि लीक का स्रोत क्या था और इसके लिए कौन जिम्मेदार है।
  • साइबर सुरक्षा ऑडिट: विशेषज्ञों का सुझाव है कि NBEMS और सभी संबंधित सरकारी निकायों को अपनी डेटा सुरक्षा प्रणालियों का एक व्यापक थर्ड-पार्टी ऑडिट कराना चाहिए।
  • कानूनी कार्रवाई: यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि क्या NBEMS इस मामले में किसी भी दोषी पक्ष के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू करता है, जैसा कि उसने अतीत में धोखाधड़ी के अन्य मामलों में किया है।
  • सुप्रीम कोर्ट का हस्तक्षेप: चूंकि NEET PG से संबंधित अन्य मामले पहले से ही सुप्रीम कोर्ट में लंबित हैं, इसलिए यह संभव है कि डेटा लीक का यह मुद्दा भी शीर्ष अदालत के समक्ष उठाया जाए।

## निष्कर्ष

NEET PG 2025 के उम्मीदवारों के डेटा का कथित लीक एक खतरनाक घटना है जो देश के भावी डॉक्टरों की निजता और सुरक्षा से समझौता करती है। यह घटना परीक्षा आयोजित करने वाली संस्थाओं के लिए एक चेतावनी है कि वे अभूतपूर्व मात्रा में छात्र डेटा को संभालने के लिए मजबूत, अभेद्य और पारदर्शी प्रणाली स्थापित करें। जबकि NBEMS ने अपनी डेटा सुरक्षा प्रक्रियाओं का बचाव किया है, यह घटना स्पष्ट रूप से दर्शाती है कि कहीं न कहीं एक गंभीर चूक हुई है। जब तक इस उल्लंघन की जड़ तक पहुंचकर दोषियों को जवाबदेह नहीं ठहराया जाता, तब तक लाखों छात्रों का कीमती डेटा और भारत की मेडिकल शिक्षा प्रणाली की विश्वसनीयता दोनों ही खतरे में रहेंगे।


संपादक का नोट:इस लेख में दिए गए तथ्य कई प्रतिष्ठित मीडिया आउटलेट्स में प्रकाशित रिपोर्टों और उपलब्ध आधिकारिक सूचनाओं पर आधारित हैं। NBEMS द्वारा इस विशेष डेटा लीक की घटना पर एक विस्तृत और औपचारिक सार्वजनिक बयान अभी भी प्रतीक्षित है। स्थिति विकसित होने पर जानकारी अपडेट की जा सकती है।

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