प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को आंध्र प्रदेश के नंद्याल जिले स्थित श्रीशैलम के प्रसिद्ध श्री भ्रमराम्बा मल्लिकार्जुन स्वामी वर्ला देवस्थानम में पूजा-अर्चना की । मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू और उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण ने प्रधानमंत्री के साथ मंदिर का दर्शन किया । प्रधानमंत्री मोदी ने पंचामृतम से रुद्राभिषेकम किया और देश की खुशहाली के लिए प्रार्थना की । यह प्रधानमंत्री मोदी की श्रीशैलम मंदिर की पहली यात्रा है ।
मंदिर में विशेष पूजा-अर्चना
प्रधानमंत्री मोदी ने श्रीशैलम मंदिर में पहुंचकर पारंपरिक तरीके से दर्शन किया । मंदिर के पुजारियों ने प्रधानमंत्री का स्वागत किया और उन्हें तिलक लगाया । भाजपा सूत्रों के अनुसार, प्रधानमंत्री ने पंचामृतम से रुद्राभिषेकम किया जो पांच पवित्र सामग्रियों से तैयार किया गया था । इसमें गाय का दूध, दही, घी, शहद और चीनी शामिल थी ।
मुख्यमंत्री नायडू और पवन कल्याण का साथ
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने प्रधानमंत्री मोदी का गर्मजोशी से स्वागत किया । उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण भी इस पवित्र यात्रा में प्रधानमंत्री के साथ शामिल हुए । मंदिर के पुजारियों ने तीनों नेताओं को मुख्य द्वार पर स्वागत किया । वहीं, राज्यपाल एस अब्दुल नज़ीर ने कुर्नूल हवाई अड्डे पर प्रधानमंत्री का स्वागत किया था ।
देशवासियों की खुशहाली के लिए प्रार्थना
प्रधानमंत्री मोदी ने मंदिर दर्शन के बाद एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा कि उन्होंने सभी भारतीयों की भलाई के लिए प्रार्थना की है । उन्होंने लिखा, “श्रीशैलम में श्री भ्रमराम्बा मल्लिकार्जुन स्वामी वर्ला देवस्थानम में प्रार्थना की । अपने साथी भारतीयों की भलाई और अच्छे स्वास्थ्य के लिए प्रार्थना की । सभी खुश और समृद्ध रहें” । फिलहाल यह एक महत्वपूर्ण आध्यात्मिक यात्रा मानी जा रही है ।
श्री शिवाजी स्पूर्ति केंद्र का भी दौरा
प्रधानमंत्री मोदी ने मंदिर दर्शन के बाद श्री शिवाजी स्पूर्ति केंद्र का भी दौरा किया । यह स्मारक परिसर एक ध्यान मंदिर है जो चार प्रतिष्ठित किलों के मॉडल से घिरा है । इसमें प्रतापगढ़, राजगढ़, रायगढ़ और शिवनेरी के मॉडल चारों कोनों में स्थित हैं । केंद्र में छत्रपति शिवाजी महाराज की ध्यान मुद्रा में प्रतिमा स्थापित है । यह केंद्र 1677 में शिवाजी महाराज की श्रीशैलम यात्रा की स्मृति में बनाया गया है ।
कुर्नूल में विकास परियोजनाओं का उद्घाटन
श्रीशैलम दर्शन के बाद प्रधानमंत्री मोदी कुर्नूल पहुंचे जहां उन्होंने 13,430 करोड़ रुपए की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया । इन परियोजनाओं में उद्योग, विद्युत ट्रांसमिशन, सड़क, रेलवे, रक्षा विनिर्माण और पेट्रोलियम क्षेत्र शामिल हैं । लेकिन प्रधानमंत्री ने ‘सुपर जीएसटी – सुपर बचत’ शीर्षक से एक जनसभा को भी संबोधित किया । इससे आंध्र प्रदेश में बुनियादी ढांचे और औद्योगिक विकास को बढ़ावा मिलेगा ।
श्रीशैलम मंदिर की विशेषताएं
श्रीशैलम का श्री भ्रमराम्बा मल्लिकार्जुन स्वामी मंदिर भारत के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है । यह 52 शक्तिपीठों में से भी एक है, जो इसे अत्यंत विशिष्ट बनाता है । इस मंदिर की सबसे खास बात यह है कि एक ही परिसर में ज्योतिर्लिंग और शक्तिपीठ दोनों स्थित हैं । वहीं पूरे देश में ऐसा केवल यहीं देखने को मिलता है । मंदिर के पुजारियों ने प्रधानमंत्री को इन विशेषताओं के बारे में विस्तार से बताया ।
प्रधानमंत्रियों की ऐतिहासिक यात्राएं
प्रधानमंत्री मोदी श्रीशैलम मंदिर जाने वाले चौथे प्रधानमंत्री बन गए हैं । इससे पहले पंडित जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी और पीवी नरसिम्हा राव ने इस पवित्र धाम का दर्शन किया था । आखिरकार यह मंदिर राष्ट्रीय एकता और आध्यात्मिक विरासत का प्रतीक है । फिलहाल प्रधानमंत्री मोदी की यह यात्रा धार्मिक और राजनीतिक दोनों दृष्टि से महत्वपूर्ण मानी जा रही है ।
आज प्रधानमंत्री मोदी की श्रीशैलम मंदिर यात्रा ने आंध्र प्रदेश में धार्मिक उत्साह का माहौल बनाया है। इसके अलावा विकास परियोजनाओं के उद्घाटन से राज्य के औद्योगिक और आर्थिक विकास को नई दिशा मिली है । प्रधानमंत्री मोदी श्रीशैलम मंदिर दर्शन के साथ ही राज्य की जनता के लिए कई महत्वपूर्ण योजनाओं की शुरुआत कर चुके हैं ।
